(اردو ایکسپریس) Urdu Express Poetry SMS
बारिशोँ को तो फिर भी धरती की
बाहोँ का सहारा मिल जाता है मगर
उनका क्या जिनकी हर आस अधूरी
रह जाये हर प्यास अधूरी रह जाये।
No comments:
Post a Comment